भूस्खलन की चपेट में आने से मां बेटी की मलबे में दबने से हुई मौत

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भूस्खलन की चपेट में आने से मां बेटी की मलबे में दबने से हुई मौत

टिहरी जिले के तोली गांव में हुआ दर्दनाक हादसा

देहरादून। उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में पिछले तीन दिन से जारी मूसलाधार बारिश के चलते भूस्खलन का क्रम भी बदस्तूर जारी है. टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक के तोली गांव में देर रात्रि हुए भूस्खलन की चपेट में आए एक मकान के अंदर मां और बेटी की सोते हुए ही दबकर मौत हो गई। परिवार के अन्य सदस्यों ने देर रात किसी तरह बाहर भाग कर जान बचाई।

सरिता देवी पत्नी वीरेंद्र सिंह, उम्र 40 वर्ष व अंकिता, उम्र 15 वर्ष, ग्राम तोली के शव मलबे से बरामद कर जिला पुलिस के सुपुर्द किया गया। हादसे की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ, पुलिस और राजस्व पुलिस की टीम तोली गांव पहुंच गई है। वहीं भारी बारिश के चलते भिलंगना ब्लॉक के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। साथ ही प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की हैl

तोली गांव के ग्राम प्रधान रमेश जिरवाड़ ने इस समाचार पत्र को बताया, “रात को दो-ढाई बजे क्षेत्र में जमकर बारिश हुई। इसी दौरान ग्रामीण वीरेंद्र लाल का मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया। मकान के पीछे से हुए भूस्खलन में दीवार क्षतिग्रस्त हो गई है। घर के अंदर सो रही वीरेंद्र लाल की पत्नी सरिता देवी, 36 वर्ष और उसकी बेटी अंकिता, 15 साल अंदर मालबे में दब गई है”.

एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर रविंद्र सजवान ने बताया, “एसडीआरएफ द्वारा सुबह चलाए गए बचाव अभियान में डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद लापता दोनों महिलाओं का शव बरामद किए गए”।. आपदा प्रबंधन विभाग के सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, तिनगढ़ गांव का जूनियर हाई स्कूल भवन भी भूस्खलन से पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गया है। विशन गांव, दला गांव को जोड़ने वाला पैदल पुलिया भी बह गई है।

सेनानायक एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा ने भारी बारिश की दृष्टिगत SDRF टीम को बूढ़ा केदार क्षेत्र में ही कैंप करने के लिए निर्देशित किया गया है।

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